Saturday, July 15, 2017

This is happening in NOIDA also

Last year I was discussing with some of my friends about decreasing population of Hindus in India and it is because now a day one Hindu couple is having only one child. They told me that it is better to have one rich child then having two poor children. If we have one child he/she will be twice rich hence twice happy. So if Hindu's population reduces to half in next  years then they will be twice rich.

Two days back we saw an example of how happy and safe these rich people are. One domestic servent got her master attacked by 500 Muslim goons. This is happening because population of poor Hindus has declined and Hindus have to employ Muslim maids at their house. If population of poor Hindus had been sufficient then these rich Hindus would have been safe.

This is high time that we Hindus realize importance of population. Rich Hindus will not be safe and their money will be snatched away by poor Muslim maids and servants by planned attacks like the one we saw two days back. Every rich Hindu must have two children at least and should also contribute to Hindu organisations like RSS which help to organize Hindus. Rich Hindus should help poor Hindus to have more children and raise them because it is their insurance against attack of Muslims on rich Hindus. Poor Hindus population is very helpful in survival of rich Hindus.      

https://www.hindujagruti.org/hindi/news/106011.html



नोएडा : बांग्लादेशी नौकरानी ने मालिक पर बंधक बनाने का आरोप लगाकर ५०० धर्मांधों की भीड से करवार्इ सोसाइटी में तोडफोड

जुलाई 13, 2017

कल नॉएडा के एक आलीशान सोसाइटी में बांग्लादेशी नौकरानी रखने वाले लोगों ने अपनी आंखों से मौत देखी, भगवान ने उन्हें बचा लिया वरना नौकरानी के संगठन के लोग उनकी जान ले लेते ।

यह घटना नॉएडा के सेक्टर ७८ की महागुन सोसाइटी की है, यहां के एक फ्लैट में मर्चेंट नेवी के कैप्टन मितुल सेठी अपनी पत्नी हर्षू सेठी और ७ वर्षीय पुत्र के साथ रहते हैं। उनके फ्लैट में जोरा नाम की बांग्लादेशी नौकरानी काम करती है । फ्लैट के मालिक ने नौकरानी पर नगदी चोरी का आरोप लगाया था। हर्षू सेठी ने मंगलवार शाम ७ बजे नौकरानी पर १० हजार रुपये चुराने का आरोप लगाते हुए उसे बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उसकी चोरी पकड़ी गई है। इसके बाद डर के मारे जोरा अपना मोबाइल वहीं फेंक भाग गई ।

सोसाइटी के लोगों ने जब पुलिस को सीसीटीवी में कैद चोरी की घटना की जानकारी दी तो पुलिस ने शिकायतकर्ताओं को वहां से जाने को कहा।





इसके बाद रात ९ बजे २ महिलाआें के साथ उसका पती सेठी के घर आया । उसने जाेरा के बारे में पूछा तब मालिक ने सुबह हुर्इ चोरी की घटना उन्हें बतार्इ आैर तब वह स्वयं की यहां से चली गर्इ, एेसा बताया । तब पती ने जोरा का फोन आप ही के पास होगा, एेसा कहा । इससे प्रश्न उठता है कि, जोरा के पती को जोरा ने फोन फ्लैट पर भी छोड दिया था, इसका पता कैसे चला ?

नौकरानी के परिजन ने अारोप लगया कि, महागुन सोसाइटी में जोरा जहां काम करती है उस फ्लैट में उसे बंधक बनाकर रखा गया है । इसके बाद रात करीब १० बजे जोरा के परिजन पुलिस के साथ आए और उसे बंधक बनाने का आरोप लगाया। वहां भी सेठी जी ने सुबह हुर्इ चोरी की घटना के विषयमें उन्हें बताया आैर पुलिस वहां से चले गए ।

इसके बाद बुधवार सुबह तक महिला के घर नहीं पहुंचने पर नौकरानी का पति अब्दुल सत्तार ५० से अधिक धर्मांध लोगों के साथ सोसायटी पहुंचा और सुरक्षाकर्मीयों को जबरदस्ती कर सोसायटी में उन्हें जाने के लिए दिया जाए, एेसे धमकाया । सुरक्षारक्षकाें ने अंदर जाने नहीं दिया तो भीड उग्र हो गई। इसी दौरान एक गार्ड ने हवाई गोलिबारी की । इससे क्रोधित धर्मांध लोगों ने सोसाइटी में हंगामा कर दिया। थोडी ही देर में ५०० से अधिक धर्मांध लोगों की भीड ने सोसाइटी पर आक्रमण कर दिया।

भीड ने सोसाइटी के गेट और परिसर के अंदर जमकर तोड़फोड़ करने के साथ ही हर्षू सेठी के साथ मारपीट शुरू कर तथा घर में भी तोडफोड की। उन्होंने पत्नी और बच्चे के साथ बाथरूम में घुसकर जान बचाई। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने भीड को काबू कर भगाया। दोनों पक्षों की आेर से सेक्टर-४९ थाने में एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

सुबह से महिला अपने परिजनों के पास है। दूसरी ओर, महिला जोरा का कहना है कि वह अपने रुपये लेने गई थी लेकिन उस पर चोरी का आरोप लगाकर बंधक बना लिया गया। इसके बाद उसे पता नहीं वह बेसमेंट में कैसे पहुंची। सुबह सुरक्षारक्षकों ने उसे परिजनों को सौंप दिया। सोसाइटी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि यह आक्रमण नियोजित तरीके से बांग्लादेशियों ने किया है।

अब इस सोसाइटी वाले कह रहे हैं कि हम खुद अपने हाथों से काम करेंगे किंतु बांग्लादेशी नौकरानीयों को नौकरी पर नहीं रखेंगे, नौकरानी को चोरी करते हुए पकड़ना भी उनके लिए गुनाह हो गया । चोरी पकडे जाने के बाद नौकरानी जोरा ने खुद ही अपने कपडे फाड लिए और आरोप मालिक पर लगा दिया तथा अपने ५०० साथियों को ले आर्इ और सोसार्इटी में आक्रमण करवा दिया ।

Sunday, July 9, 2017

Supreme Court concerned for rights of wrong people

Few days back Supreme court issued order to central government to allow people with back money to exchange old notes with new notes.  Central government has given people with legal money sufficient time to deposit their old notes in bank. But now supreme court want to give corrupt people an opportunity to dispose off their black money.

I never saw supreme court stepping up for a right cause. Few days back supreme court declined to provide equal right to Muslim women by scrapping malpractice of triple talak. Supreme court is always concerned about right of wrong doers. Few month back Supreme  court issued an order to government not to block porn site because it will impact profit of telecom companies and they provided bribe to judges. Judiciary more corrupt then politicians.  

Sunday, July 2, 2017

PM concerned for beef eaters and not for tiger eaters

Recently PM Narender Modi has said that killing a person in name of cow protection is not acceptable. I would like to ask how come sending a man to jail for 10 years in name of tiger protection is acceptable. Tiger is also an animal just like cow then why this discrimination? Tigers meat is very tasty and nutritious as per my belief, then why is government is stopping me? Why I am prevented from having a food which I believe is nutritious?

Why non Hindus are allowed to do anything they like be it right or wrong? If Muslims and Christians say that they want to kill cows, then it is allowed. Muslims say that they want to treat women as second grade citizen then it is allowed because if government make a rule for equal treatment of women then Muslims will resort to violence. So this injustice needs to be allowed in name of communal harmony. If Hindus believe that cow is an animal of special importance and it need to be protected then why can't government make a rule to protect cow just like tiger?  Why government don't have courage to tell Muslims that unfair treatment of women will not be tolerated in India?